सार छंद (हनुमान जी के 32 नाम)


सार छंद (हनुमान जी के 32 नाम)



वायुपुत्र हनुमत् श्रीदाता, वागमिने अजराया।
धीर शूर जय दैत्यकुलान्तक, रामकथालोलाया।
मनोजवय परविद्यापरिहारी, प्रभवे दैत्यविघातक।
दीनबंधु अपराजित योगी, लंकापुरीविदाहक।।


शोकनिवारक केसरीतनय, जय कपिसेनानायक।
लंकारि अनघ महावीर जय, श्रीमत संकटनाशक।
चिरंजीव लखनप्राणदाता, भीमतन ब्रह्मचारी।
रामदूत लंकिनीविनाशक, हे सर्वलोकचारी।।


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पीयूष कुमार द्विवेदी 'पूतू'
असिस्टेंट प्रोफ़ेसर (हिंदी विभाग) 
जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग विश्वविद्यालय 
चित्रकूट (उत्तर प्रदेश)- 210204