आस्था का प्रतीक श्री दुर्गा हनुमान मंदिर लोनी-गाजियाबाद


आस्था का प्रतीक श्री दुर्गा हनुमान मंदिर लोनी- गाजियाबाद



             राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद में लोनी तिराहे पर स्थापित श्री दुर्गा हनुमान मंदिर का अपना अलग महात्म्य है। यहाँ आने वाले भक्तों को, माता दुर्गा के साथ हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। बताया जाता है कि माता के रूप में किसी बालिका द्वारा आज से लगभग 49 वर्ष पूर्व इसकी स्थापना हुई थी। लोगों की अटूट श्रद्धा और विश्वास के चलते यहाँ प्रतिदिन हजारों भक्तों का आना लगा रहता है। नवरात्रि में तो यह संख्या लाखों में पहुँच जाती है। हनुमान भक्त प्रति मंगलवार, यहाँ आकर पूजा अर्चना के साथ भंडारे का आयोजन करते हैं। मंदिर की भव्यता बरबस लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। मंदिर के मुख्य द्वार पर महाबली हनुमान की विशाल प्रतिमा स्थापित है, जो कई किलोमीटर दूर से ही नजर आती है।



             वर्ष 1970 में स्थापित दुर्गा हनुमान मंदिर परिसर, माता दुर्गा के साथ हनुमान जी विराजमान हैं। साथ ही, भगवान विष्णु, शिव पार्वती, राम दरबार के अलावा कई अन्य देवी-देवताओं के भी दर्शन होते हैं। लोगों का मानना है कि जो भी सच्ची श्रद्धा से यहाँ आता है, उसे मानोवांछित अभीष्ट की प्राप्ति होती है। मुख्य पुजारी के अनुसार, सुबह 5 बजे, सभी देवी देवताओं की मूर्तियों को स्नान के बाद विधिविधान से पूजा अर्चना आरंभ हो जाती है। शाम आरती के बाद प्रसाद वितरण होता है । बताया जाता है कि कई असाध्य रोगग्रस्त यहाँ आकर रोगमुक्त हो चुके हैं। प्रेत बाधा, व दैवीय प्रकोप से मुक्त होने वाले लोगों के दान से मंदिर का स्वरूप काफी विशाल आकार लेता जा रहा है।



             सिर्फ दिल्ली व आसपास के ही नहीं, बल्कि दूर-दूर से लोग समस्याएं लेकर यहाँ आते हैं, और निदान प्राप्त करते हैं। हनुमान जयंती पर तो यहाँ की छटा देखते ही बनती है। कई बड़े गायक कलाकारो की मंडली, भजन कीर्तन का आयोजन करती हैं, तो दूर-दूर से भक्त खिंचे चले आते हैं। प्रसिद्ध भजन गायक लखबीर सिंह लक्खा से लेकर नरेंद्र चंचल तक यहाँ निःशुल्क प्रस्तुति दे चुके हैं 


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एस पी दूबे
दिल्ली