सबकी मनन्तें पूरी करते हनुमानजी

सबकी मनन्तें पूरी करते पनकीवाले हनुमानजी



यूं तो उत्तर भारत के सभी छोटे-बड़े शहरों में बजरंगबली के मंदिर मिल जाएंगे, पर इनमें से कुछ प्राचीन हैं। इनमें हनुमानजी के भक्त हर रोज बड़ी तादाद में आते हैं। मंगलवार को ये संख्या कई गुना बढ़ जाती है।
कानपुर के करीब पनकी में भी हनुमानजी का मंदिर इसी श्रेणी में आता हैं। इसमें रोज बड़ी संख्या में भक्त आते हैं। मान्यता है कि हनुमानजी का यह मंदिर बेहद प्राचीन है। यहाँ आने वाले सभी भक्तों की मन्नतें पूरी होती हैं।
मंदिर के महंत जितेन्द्रदास महाराज बताते हैं कि पनकी के हनुमान मंदिर में सिर्फ कानपुर के आसपास के ही भक्त नहीं आते, यहां सारे देश से भक्त पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि आने वाले सभी भक्तों की हनुमानजी मुरादें पूरी करते हैं।
चार सौ साल पुराना मंदिर
माना जाता है कि ये मंदिर करीब 400 बरस पुराना हैं इसकी स्थापना श्री श्री 1008 महंत पुरुषोतमदास ने की थी। कहते हैं, कानपुर शहर की स्थापना से पहले पनकी का हनुमान मंदिर स्थापित हो चुका था। ये कहा जाता है कि महंतजी एक बार चित्रकूट से लौट रहे थे। तब जिस स्थान पर पनकी का मंदिर है, वहां पर उन्हें एक इस तरह की चट्टान दिखी जिस पर बजरंगबली को देखा जा सकता था। बस, उन्होंने तब ही उस स्थान पर मंदिर का निर्माण करने का फैसला किया।
जरूर करें दर्शन
अगर आप कानपुर जाएं तो पनकी के हनुमान मंदिर में जरूर जाएं। ये कानपुर शहर से कुछ ही दूरी पर है। आपको मंदिर तक पहुंचने के लिए टैक्सी वगैरह भी मिल जाती है। पनकी के हनुमान मंदिर में यूं तो रोज मेला सा लगा रहता है, पर मंगलवार को यहाँ भीड़ अधिक हो जाती है। सारे भक्त राम और हनुमान का ही नाम जप रहे होते हैं।


अमित मिश्र
किदवई नगर, कानपुर